अभिनय कला की देवि वो
सिरमौर सभी नृत्यांगना की
रानी झांसी का ताप है उसमे
शीतलता गंगा – जमुना की
ह्रदय मे धधके अग्निशिखा
राष्ट्र ध्वज के गरिमा की
लाड़ली बहादुर लड़की वो
है भारत मां के अंगना की
वालीवुड पर चलती है
अब एक हुकूमत कंगना की
–सुधीर मौर्य